दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया 1 अप्रैल से हो सकती है शुरू

दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक, परास्नातक, एमफिल और पीएचडी के प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी डीयू ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को सौंपी है। डीयू के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि एडमिशन ब्रांच का गठन डीयू में दाखिला प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए किया है और समिति अपने स्तर पर अन्य लोगों को जोड़कर काम कर रही है। इस वर्ष आवेदन प्रक्रिया और दाखिला में किसी तरह की समस्या आने की संभावना कम है, क्योंकि समिति ने पहले ही डीयू के शिक्षक, छात्र व अभिभावकों से दाखिला को लेकर सुझाव मांगे थे। उन सुझावों को ध्यान में रखते हुए ही तैयारी की जा रही है।

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी डीयू की प्रवेश परीक्षा 2 से 9 जून के बीच करा सकती है। डीयू और एनटीए के बीच बातचीत अंतिम चरण में चल रही है। बहुत संभावना है कि इस सप्ताह डीयू तिथियों की आधिकारिक घोषणा कर दे। प्रवेश परीक्षा की फीस और अन्य विवरण पर भी डीयू में सहमति बन गई है।

विगत वर्ष की भांति इस बार भी लगभग 137 विषयों की प्रवेश परीक्षा होगी। जिसमें 11 कोर्स स्नातक के होंगे बाकी परास्नातक, एमफिल और पीएचडी के हैं । विगत वर्ष इसमें लगभग सवा दो लाख छात्रों ने परीक्षा दी थी।

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प्रॉस्पेक्टस के लिए भी बनी समिति : डीयू की एडमिशन ब्रांच ने स्नातक और परास्नातक के प्रॉस्पेक्टस तैयार करने के लिए समिति के सदस्यों का चयन कर लिया है। जल्द ही इसे अधिसूचित कर लिया जाएगा। बहुत संभावना है कि इस बार भी प्रॉस्पेक्टस हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में बने।

इस बार श्रीनगर में भी परीक्षा केंद्र
विगत वर्ष देश के 18 केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा हुई थी। ये केंद्र दिल्ली-एनसीआर (गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, साहिबाबाद, गाजियाबाद), अहमदाबाद, बंगलुरु, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी, हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कोलकाता, मुंबई, नागपुर, पटना, रांची, त्रिवेंद्रम और वाराणसी थे।

इस बार इनके अलावा दो केंद्र और होंगे। इस बार श्रीनगर में भी परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। पूर्वोत्तर में गुवाहाटी के अलावा एक नया केंद्र बनया जाएगा जाकि अधिक से अधिक पूर्वोत्तर छात्रों को भी प्रवेश परीक्षा में बैठने का मौका मिले।

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